शायरी का जब भी मन में नाम आता है तो सबसे पहले गुलजार की शायरी याद आती हैं. Gulzar Shayari In Hindi सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली शायरी हैं. गुलजार साहब का वास्तविक नाम सम्पूर्ण सिंह कारला है गुलजार साहब एक ऐसे शायर हैं जिन्होंने ने अपने लेखन से पूरी दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है, जिसकी झलक उनकी लिखी हर शायरी में दिख जाती है। गुलजार साहब के लिखे गीत, समाज की ऐसी रीत बन गए जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। .
गुलजार जी हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकार रह चुके है और साथ ही में एक कवि और पटकथा लेखक, फ़िल्म निर्देशक रह चुके है, आइये अब हम आपको गुलजार जी द्वारा लिखी गयी कुछ शायरियों के बारे में बताते हैं
जिस दिन मुझे खो दोगे,
उस दिन मुस्कुराते हुए भी रो दोगे।
तकलीफ खुद ही कम हो गई,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गई।
नादान है वह उसे समझांए कोई,
बात ना करने से मोहब्बत कम नही होती।
खुशबु जैसे लोग मिले अफसाने में,
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में!
वह कभी डरा ही नहीं मुझे खोने से,
वह क्या अफ़सोस करेगा मेरे ना होने से।
अकेले चलना सीख लो जरूरी नही है,
जो आज आपके साथ है..
वह कल भी आपके साथ रहेगा।
Gulzar Shayari in Hindi
लोग कहते है की खुश रहो
मगर मजाल है की रहने दे।
मजबूत होने में मजा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमजोर करने पर तुली हो।
हसरत थी दिल में की एक खूबसूरत महबूब मिले,
मिले तो महबूब मगर क्या खूब मिले।
यह कैसी मोहब्बत है
तेरी
महफिल में मिले तो
अनजान कह दिया,
तन्हा मिले तो जान कह दिया।
दिल के रिश्ते हमेशा किस्मत से ही बनते है,
वरना मुलाकात तो रोज हजारों से होती हैं।
पेड़ काटने आए है,
कुछ लोग मेरे गांव में..
धूप बहुत तेज है,
कह कर बैठ गए उसी की छांव में।
Life Deep Gulzar Quotes
यूं ही हे इंसान की फ़ितरत
बारिश खत्म हो जाने के बाद तो
छतरी भी बोझ लगने लगती है।
जिंदगी में एक बात तो तय है,
की तय कुछ भी नहीं हैं।
उनके दीदार के लिए दिल तड़पता है
उनके इंतजार में दिल तरसता है,
क्या कहें इस कम्बख्त दिल को..
अपना हो कर किसी और के लिए धड़कता है।
फर्क था हम दोनों की मोहब्बत में,
मुझे उससे ही थी, उसे मुझसे भी थी।
Gulzar Barish Shayari
मोहब्बत दो लोगों के बीच का नशा है,
जिसे पहले होश आ जाए वह बेवफा है।
सोचा था लिखूंगा तेरे और मेरे वफ़ा के किस्से,
पर यार तूने तो स्याही में ही बेवफ़ाई घोल दी।
Deep Gulzar Quotes
कभी ज़िंदगी एक पल में गुज़र जाती है,
और कभी ज़िंदगी का एक पल नहीं गुज़रता।
बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मतं कोसो, हर हाल में चलना सीखो!
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद,
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम ही जिंदगी हैं।
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में,
बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका।
जब भी ये दिल उदास होता है,
जाने कौन आस-पास होता हैं।
दिल की बात साफ-साफ कह देनी चाहिए,
क्योंकि बता देने से फैसले होते है
न बताने से फासले।
हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते,
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते।
तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने,
सूख गया वो तेरा गुलाब लेकिन फेंका नहीं मैंने।।
Heart Touching Gulzar Shayari
कुछ बातें तब तक समझ में आती,
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे।
बेहिसाब हसरते ना पालिये
जो मिला हैं, उसे सम्भालिये।
किसी पर मर जाने से होती है मोहब्बत,
इश्क जिंदा लोगों के बस का नहीं।
खता उनकी भी नहीं यारो वो भी क्या करते,
बहुत चाहने वाले थे किस किस से वफ़ा करते!
कौन कहता है कि हम झूठ नहीं बोलते,
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें।
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गई।
मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।
Relationship 2 lines Gulzar Shayari
सहमा-सहमा डरा सा रहता है,
जाने क्यूं जी भरा सा रहता है।
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।
ख़ुश्बू जैसे लोग मिले अफ़साने में,
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में।
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नही छोड़ा करते,
वक्त की शाखों से लम्हें नहीं तोडा करते।
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला,
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं।
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ,
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं।
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा।
Gulzar Shayari in Hindi 2 lines
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती है,
मगर पहचान छिन लेती हैं।
अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समझ में नहीं आते,
उन्हें पढ़ना पड़ता हैं।
बहुत अंदर तक जला देती है,
वो शिकायते जो बया नहीं होती।
घर में अपनों से उतना ही रूठो कि
आपकी बात और दुसरो की इज्जत,
दोनों बरकऱार रह सके।
मेरी तो हर सांस में एक सांस तेरी है,
जो कभी सांस जो रुक जाए तो मौत मेरी हैं।
2 lines Gulzar Shayari
इस दिल का कहा मानो एक काम कर दो,
एक बे-नाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो।
पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना,पिंघल रही होगी।
अपने साये से चौंक जाते हैं,
उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा।
बेशूमार मोहब्बत होगी
उस बारिश की बूँद को इस ज़मीन से,
यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है!
मैंने मौत को देखा तो नहीं
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी,
कमबख्त जो भी उससे मिलता है
जीना ही छोड़ देता हैं।
लगता है आज जिंदगी कुछ खफा है,
चलिए छोड़िए कौन सा यह पहली दफा हैं।
अगर किसी से मोहब्बत बेहिसाब हो जाए,
तो समझ जाना वह किस्मत में नहीं।
Khamoshi Gulzar Shayari
ठुकरा दो अगर दे कोई जिल्ल्त से समंदर,
इज्जत से जो मिल जाए वह कतरा ही बहुत है।
वह मिला ऐसे जैसे कभी जाएगा ही नही..
गया ऐसे जैसे कभी मिला ही नहीं।
दिन कुछ ऐसे गुज़रता है कोई,
जैसे अहसान उतारता है कोई…
आइना देख कर तस्सली हुई,
हमको इस घर में जनता है कोई!
Gulzar Shayari on Love
मेरी कोई खता तो साबित कर
जो बुरा हूँ तो बुरा तो सभीत कर!
तुम्हें चाहा है कितना तू जा जाने
चल में बेवफा ही सही.. तू अपनी वफ़ा तो साबित कर!
देख दर्द किसी और का आह दिल से निकल जाती है,
बस इतनी सी बात तो आदमी को इंसान बनाती है!
तुझ को बेहतर बनाने की कोशिश में..
मैं तुझको ही वक्त नही दे पा रहा हूं,
माफ़ करना ए जिंदगी..
तुझको ही जी नहीं पा रहा हूं।
खुद से ज़्यादा संभाल कर रखता हूं
मोबाइल अपना!
क्योंकि रिश्ते सरे अब इसी में कैद है।
साथ-साथ घूमते है हम दोनों रात भर..
लोग मुझे आवारा उसको चांद कहते है।
हम समझदार भी इतने हैं के
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने के फिर भी
यकीन कर लेते है.
life Gulzar Shayari
बड़े बेताब थे वह मोहब्बत करने को हमसे,
जब मैंने भी कर ली तो उन्होंने शौक बदल दिया।
कभी ज़िन्दगी एक पल में गुज़र जाती है,
कभी ज़िन्दगी का एक पल नहीं गुज़रता!
मैंने जिंदगी में दोस्त नही ढूंढे,
मैंने एक दोस्त में जिंदगी ढूंढी।
नींद आ जाए तो
सो भी जाया करो
यू रातों में जागने से..
मोहब्बत लौटा नही करती।
कितनी जल्दी फैसला कर लिया जाने का,
एक मौका भी नहीं दिया मनाने का।
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते है,
वरना बाज़ की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती।
बेवजह है तभी तो दोस्ती है,
वजह होती तो साजिश होती।
दुश्मनी में भी दोस्ती का सिला रहने दिया उसके
सारे खत जलाये बस पता रहने दिया।
Gulzar Shayari love
या खुदा अपनी अदालत में मेरी जमानत रखना,
मैं रहूं या ना रहूं मेरी जान को सलामत रखना।
सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैं।
किसने चलाया यह तोहफे देने-लेने का रिवाज,
गरीब आदमी मिलने झूलने से भी डरता है।
तंग नहीं करते है हम उन्हें आजकल,
यह बात भी उन्हें तंग करती है।
हजारों चेहरों में एक तुम दिल को अच्छे लगे,
वरना ना चाहत की कमी थी ना चाहने वालों की।
नाराजगी कुछ इस कदर है उनकी हमसे,
जैसे किसी और ने उन्हें मना लिया है।
Gulzar Shayari on life
मिलों का सफर पल में बर्बाद हो गया
उसका यह कहना..
कहो कैसे आना हुआ।
मुद्दा यह नहीं कि दाल महंगी है साहब,
दर्द यह है कि
किसी की भी गल नही रही।
इंसान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते है कि रहने को घर मिले।
तुम्हारी एक कॉल के इंतजार में
बरसों से नंबर नही बदला हमने।
जब मिला शिकवा अपनों से तो ख़ामोशी ही भलीं,
अब हर बात पर जंग हो यह जरुरी तो नहीं!
थोड़ी-थोड़ी गुफ्तगू दोस्तों से करते रहिए,
जाले लग जाते है अक्सर बंद मकानों में।
Gulzar Quotes on love
थोड़ा सुकून भी ढूंढिए जनाब,
यह जरूरतें तो कभी खत्म नही होंगी।
मिल गया होगा कोई गजब का हमसफ़र,
वरना मेरा यार यूँ बदले वाला नहीं था!
पलट कर जवाब देना बेशक गलत बात है,
लेकिन सुनते रहो तो
लोग बोलने की हद भूल जाते है।
छोटा सा साया था, आँखों में आया था
हमने दो बूंदों से मन भर लिया।
वफा की उम्मीद ना करो उन लोगों से,
जो मिलते हैं किसी और से होते है किसी और के!
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है।
अपनों को ही गिरा दिया करते है कुछ लोग,
खुद को गैरों की नजरों में उठाने के लिए।
बाल सफेद करने में जिंदगी निकल जाती है
काले तो आधे घंटे में हो जाते है।
बहुत गजब का नजारा है
इस अजब सी दुनिया का,
लोग बहुत कुछ बटोरने में लगे है
खाली हाथ जाने के लिए।
Gulzar Sad Shayari
लड़कियां खिलौना नही होती है साहब,
पापा तो यूं ही प्यार से गुड़िया बुलाते है।
सहम सी गयी है ख्वाइशें
ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी।
याददाश्त का कमजोर होना
भी कोई बुरी बात नही जनाब,
बहुत बेचैन रहते है वह लोग
जिन्हें हर बात याद रहती है।
जागना भी काबुल है तेरी यादों में रातभर,
तेरे अहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ!
बचपन के भी वो दिन क्या खूब थे,
ना दोस्ती का मतलब था न मतलब की दोस्ती थी!
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे,
मगर हमारी बेचेनियों की वजह बस तुम हो!
रोए बगैर तो प्याज भी नही कटती,
यह तो जिंदगी है जनाव ऐसे कैसे कट जाएगी।
तन्हाई की दीवारों पर
घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे,
कोई किसी को भूल रहा हैं।
2 Line Gulzar Shayari
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नही छोड़ा करते,
वक्त की शाखों से लम्हें नहीं तोडा करते।
दौलत नहीं शोहरत नहीं,
न वाह चाहिए
“कैसे हो?”
बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए।
उम्र जाया कर दी लोगो ने
औरों में नुक्स निकालते निकालते
इतना खुद को तराशा होता
तो फरिश्ते बन जाते।
आशा करता हु की Gulzar Shayari In Hindi ब्लॉग पोस्ट आपको बहुत पसंद आयी होगी, हमने पूरी कोशिस की है, कि..आपकी पसंद की सभी शायरियां एक ही पोस्ट में बहुत अच्छे से लिख सके, लेकिन फिर भी आपको कोई समस्या हो तो आप कमेंट जरूर करे. और अगर आप कुछ और पूछना चाहते है तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं.
कुछ हटकर पढ़े-